कुछ तुम कहो
कुछ हम सुने
कुछ तुम सूनो
कुछ हम क़हे
कहते हुए इन राहो में
आना मेरे दिल की पनाहो में
मेरी नज़र में तुम
फ़िकर में तुम
सफ़र में तुम ही हो
कही मिले अगर मेरे हमसफ़र
इन राहो पर
कहना ये बात
अधूरी थी बात
अधूरी सी साथ
अधूरी थी बात
अधूरी सी साथ
तुम बोले कुछ बोले
कही हे इधर
मैं देखूं ऐसे तुझको
तू है बेख़बर
मेरी आँखों की ये धुन
और तेरी ये नज़र
कहीं खो गया हूँ मैं
सनम तेरी कसम
तेरे साथ का नशा
तुझे पाने की चाहत ने
कर दिया मुझको
मुझसे दूर पर ह्म ए
इस ज़िंदगी में तुम मिले
सब दूर हुवे शिकवें गीले
मैं हो गया तेरा सनम
फिर क्यूँ दिए तूने मुझे ये सितम
मेरी नज़र में तुम
फ़िकर में तुम
सफ़र में तुम ही हो
कही मिले अगर मेरे हमसफ़र
इन राहो पर
कहना ये बात
अधूरी थी बात
अधूरी सी साथ
अधूरी थी बात
अधूरी सी साथ