पिया चरण की भभूत रमाई
पहनी प्रीत की माला
अब काहे का डरना जग से
मन में हुआ उजाला
अपने पिया की मैं तो बनी रे जोगनिया
अपने पिया की मैं तो बनी रे जोगनिया
हँसी उड़ाये चाहे सारी दुनिया
मैं तो बनी रे जोगनिया
अपने पिया की मैं तो बनी रे जोगनिया
सावरिया के रंग में चुनरिया रँगाऊँगी
चन्द्रमा का झुमका पहन पिया आउंगी
झन झन झांजे मोरि हो ओ
झन झन झांजे मोरी पैजनिया
मैं तो बनी रे जोगनिया
अपने पिया की मैं तो बनी रे जोगनिया
अपने पिया की मैं तो बनी रे जोगनिया
तेरे लिए मैंने शर्म लाज छोड़ी रे
तेरे संग जोड़ी तो जगत सान्ग तोड़ि रे
तू है मोहन मेरा हो ओ
तू है मोहन मैं तेरी मोहनिया
मैं तो बनी रे जोगनिया
हँसी उड़ाये चाहे सारी दुनिया
मैं तो बनी रे जोगनिया
अपने पिया की मैं तो बनी रे जोगनिया