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Waqt Kyon Zaya Karoon Video (MV)




Performed By: Anup Jalota
Length: 5:27
Written by: ANUP JALOTA, RANI MALIK




Anup Jalota - Waqt Kyon Zaya Karoon Lyrics
Official




वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में

भर दे नीयत मुझे तू इतनी पीला दे साक़ि
भर दे नीयत मुझे तू इतनी पीला दे साक़ि
ना कमी आएगी कोई तेरे खजाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में

देख कर मस्त निगाहों को नतीजा निकला
देख कर मस्त निगाहों को नतीजा निकला
छोड़िए रखा हैं क्या जाम के टकराने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में

बाद पीने के जो मदहोश हुआ तो जाना
बाद पीने के जो मदहोश हुआ तो जाना
उसने जाका था बड़े प्यार से पैमाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में

उनकी नज़रों से मिली नज़र तो महसूस किया
उनकी नज़रों से मिली नज़र तो महसूस किया
उम्र ज़ा जा के गवाई यूँही मैखाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
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वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में

भर दे नीयत मुझे तू इतनी पीला दे साक़ि
भर दे नीयत मुझे तू इतनी पीला दे साक़ि
ना कमी आएगी कोई तेरे खजाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में

देख कर मस्त निगाहों को नतीजा निकला
देख कर मस्त निगाहों को नतीजा निकला
छोड़िए रखा हैं क्या जाम के टकराने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में

बाद पीने के जो मदहोश हुआ तो जाना
बाद पीने के जो मदहोश हुआ तो जाना
उसने जाका था बड़े प्यार से पैमाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में

उनकी नज़रों से मिली नज़र तो महसूस किया
उनकी नज़रों से मिली नज़र तो महसूस किया
उम्र ज़ा जा के गवाई यूँही मैखाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
वक़्त क्यों ज़ाया करूँ रोज़ आने जाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
सोचता हूँ के मैं रह लू शराब खाने में
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Writer: ANUP JALOTA, RANI MALIK
Copyright: Lyrics © Universal Music Publishing Group

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