[ Featuring Aakanksha Sharma ]
जलते बुझते मद्धम मद्धम
तारों में लिपटी रात है
कैसे जाने दे तुम्हें
तुमसे जुड़ी हर बात है
जलते बुझते मद्धम मद्धम
तारों में लिपटी रात है
कैसे जाने दे तुम्हें
तुमसे जुड़ी हर बात है
तेरे लाबो पे मेरी कहानी
हाथो मे मेरा हाथ है
केसे ना चाहे तुम्हे तुमसे ही तो ये रात है
यूँ सिलवटों में ही छिपे
राज़ सारे रहने दो
ज़रा ज़रा महसूस हो
लम्हों को ऐसे बहने दो
दोहरा रही है फिर वो कहानी
फिर से वो ही जज़्बात है
कैसे जाने दें तुम्हें
तुमसे जुड़ी हर बात है
मानो के जैसे पाया जहा है
हाथो मे जो तेरा हाथ है
केसे ना चाहे तुम्हे तुमसे ही तो ये रात है
बूँदों की ये साज़िशें
करे कैसी हरक़तें
आहिस्ता आहिस्ता से जगी है हसरतें
हाँ महकी है तुमसे चाँदनी
तुमसे ही तो बरसात है
कैसे जाने दें तुम्हें
तुमसे जुड़ी हर बात है
तेरे लाबो पे मेरी कहानी
हाथो मे मेरा हाथ है
केसे ना चाहे तुम्हे तुमसे ही तो ये रात है