ओ ओ ओ ओ
बरखा का मौसम
जी को जलाके चला जाये
बरखा का मौसम
जी को जलाके चला जाये
हाय रे ये पानी अगन
लगा के चला जाये
जी को जलाके चला जाये
बरखा का मौसम
जी को जलाके चला जाये
भला नही लागे मोहें
पिया बिन रेहना
मन कि ये बाते
मन हि से केहना
भला नही लागे मोहें
पिया बिन रेहना
मन कि ये बाते
मन हि से केहना
पागल मै पीहू कुछ
समझ ना पिया पिया
गाके चला जाये
जी को जलाके चला जाये
बरखा का मौसम
जी को जलाके चला जाये
कभी कभी खोया
हुआ मिल भी जाये
जाये जोश में
फिर मुड़ के न आये
कभी कभी खोया
हुआ मिल भी जाये
जाये जोश में
फिर मुड़ के न आये
धरती से नभ तक
अँधेरा ही अँधेरा
जाने कब सूरज लायेगा सवेरा
हा हा हा हा
साजन सलोना कही ऐसा न हो जाये
गोरी तक आके चला जाये
जी को जलाके चला जाये
बरखा का मौसम
जी को जलाके चला जाये
हाय रे ये पानी अगन
लगा के चला जाये
जी को जलाके चला जाये
बरखा का मौसम
जी को जलाके चला जाये