ए जी मैंने पूछा हो हो मैंने पूछा
अरे रे रे मैंने पूछा आपको हुज़ूर क्या हुआ
वो शान क्या हुई की वो गरूर क्या हुआ
ए जी मैंने पूछा आपको हुज़ूर क्या हुआ
वो शान क्या हुई की वो गरूर क्या हुआ
ए जी मैंने पूछा आपको
निकले थे बड़े बन ठन के
ताकत के नशे में तन के
निकले थे बड़े बन ठन के
ताकत के नशे में तन के
पाला जो पड़ा शेरो से
तो रह गए चूल्हा बन के
बदला ये हाल भीगी ये चाल सूखे है गाल क्यों अब क्यू
ए जी मैंने पूछा अरे रे रे मैंने पूछा आपको हुज़ूर क्या हुआ
वो शान क्या हुई की वो गरूर क्या हुआ
ए जी मैंने पूछा आपको
बनते है शिकारी कच्चे
लेते है निशाने कच्चे
बनते है शिकारी कच्चे
लेते है निशाने कच्चे
है आपसे बाबू साहिब
हम जैसे अनादि अच्छे
हो मेहरबाँ जब था गुमान
निकली है जान फिर क्यों
ए जी मैंने पूछा अरे रे रे मैंने पूछा आपको हुज़ूर क्या हुआ
वो शान क्या हुई की वो गरूर क्या हुआ
ए जी मैंने पूछा आपको
अब घर में ही बैठा कीजिये
और दाल पकया कीजिये
अब घर में ही बैठा कीजिये
और दाल पकया कीजिये
घूँघट में छुपा के मुखड़ा
मुचो का सफाया कीजिये
ओहो जनाब मुखड़ा गुलाब
जल कर कबाब है क्यों
ए जी मैंने पूछा अरे रे रे मैंने पूछा आपको हुज़ूर क्या हुआ
वो शान क्या हुई की वो गरूर क्या हुआ
ए जी मैंने पूछा आपको हुज़ूर क्या हुआ
वो शान क्या हुई की वो गरूर क्या हुआ
ए जी मैंने पूछा आपको