[ Featuring Lata Mangeshkar ]
दबे लबों से कभी जो कोई सलाम ले ले
दबे लबों से कभी जो कोई सलाम ले ले
मैं आसमान की तरह से गूंजू
मैं आसमान की तरह से गूंजू
जो नाम ले ले
दबे लबों से कभी जो कोई सलाम ले ले (दबे लबों से कभी जो कोई सलाम ले ले)
दबे लबो से (दबे लबो से)
सुनी थी कहानी परियो से
सुनी थी कहानी परियो से आह आ आ आ
भवरे मिलेगे कलियों से
मिलेगे सुनहरे शहज़ादे
मिलेगे सुनहरे शहज़ादे आह आ आ
उजली सुनहरी परियो से
उजले रंग लिए खिलते अंग लिए
नील परी से कम तो नहीं हूँ आये कोई थामने
दबे लबों से कभी जो कोई सलाम ले ले (दबे लबों से कभी जो कोई सलाम ले ले)
दबे लबो से (दबे लबो से)
अजी इश्क़ पे ज़ोर नहीं है
इक बात चली थी ग़ालिब से
हमें हुस्न पे ज़ोर नहीं है
कह दो ये हमारी जानिब
सोचा था जो आज खिलेगे
सोचा था जो आज खिलेगे
हो हो हो बाँधेगा कोई गज़रो से
मानेगे सुनेंगे जो कहेगा आह आ आ
मानेगे सुनेंगे जो कहेगा आह आ आ
दो रेशमी सी नज़रों से
दिल भी हाज़िर है जान भी हाज़िर है
दिल और जान के क़ाबिल
कोई आये ज़रा थामने
दबे लबों से कभी जो कोई सलाम ले ले (दबे लबों से कभी जो कोई सलाम ले ले)
मैं आसमान की तरह (मैं आसमान की तरह)
से गूंजू जो नाम ले ले (से गूंजू जो नाम ले ले)
दबे लबों से कभी जो कोई सलाम ले ले दबे लबो से (दबे लबों से कभी जो कोई सलाम ले ले दबे लबो से)