गुल खिलें चाँद रात याद आई
गुल खिलें चाँद रात याद आई
आपकी बात, बात याद आई
गुल खिलें चाँद, चाँद रात याद आई
एक कहानी की हो गई तकमील
एक कहानी की हो गई तकमील
एक सावन-अन की रात याद आई
आपकी बात, बात याद आई
गुल खिलें चाँद रात याद आई
अश्क आँखों में फ़िर उमड़ आए
अश्क आँखों में फिर उमड़ आए
कोई माज़ी ई, की बात याद आई
आपकी बात, बात याद आई
गुल खिलें चाँद रात याद आई
उनको महफ़िल से लौट कर शहजाद
उनको महफ़िल से लौट कर शहजाद
रौनक-ए-कायनात याद आई
आपकी बात, बात याद आई
गुल खिलें चाँद रात याद आई
आपकी बात, बात याद आई
गुल खिलें चाँद रात याद आई