हो हमने कभी सोचा नही क्या होगा कल
हो जो भी मिले हस्ते हुए काटे है पल
जिस राह पर दिल ये बोला के चल
उस राह पर ही गये हम निकल
हो हमने कभी सोचा नही क्या होगा कल
हो जो भी मिले हस्ते हुए काटे है पल
रु रु रु (रु रु रु रु)
रु रु रु (रु रु रु रु)
रु रु रु रु रु
जिंदगी का क्या है भरोसा
जिंदगी तो है हवा का झोका
फिर क्यू ना ये हम छू कर गुज़ारे
हमको मिला है जो मौका
ग़म के हर एक साज़ की धुन बदल
हमने बहारो की छेड़ी ग़ज़ल
हो हमने कभी सोचा नही क्या होगा कल
हो जो भी मिले हस्ते हुए काटे है पल
माने कोई चाहे ना माने
हम तो ऐसे लोग है दीवाने
हर हाल मे ढूंड लेते है हम तो
जीने के देखो बहाने
सच है वही सामने है जो पल
कल का तो दिन रेत का है महल
हो हमने कभी सोचा नही क्या होगा कल
हो जो भी मिले हस्ते हुए काटे है पल