अब के बरस भी वो नहीं आये बहार में
अब के बरस भी वो नहीं आये बहार में
गुज़रेगा और एक बरस इंतज़ार में
अबके बरस भी वो नहीं आये बहार में
ये आग इश्क़ की है बुझाने से क्या बुझे
ये आग इश्क़ की है बुझाने से क्या बुझे
दिल तेरे बस में है ना मेरे इख़्तियार में
गुज़रेगा और एक बरस इंतज़ार में
अब के बरस भी वो नहीं आये बहार में
है टूटे दिल में तेरी मुहब्बत, तेरा ख़याल
है टूटे दिल में तेरी मुहब्बत, तेरा ख़याल
है टूटे दिल में तेरी मुहब्बत, तेरा ख़याल
कुछ रंग है बहार, उजड़ी बहार में
गुज़रेगा और एक बरस इंतज़ार में
अब के बरस भी वो नहीं आये बहार में
आँसू नहीं हैं आँख में लेकिन तेरे बग़ैर
आँसू नहीं हैं आँख में लेकिन तेरे बग़ैर
तूफ़ान छुपे हुए हैं दिल-ए-बेक़रार में
गुज़रेगा और एक बरस इंतज़ार में
अब के बरस भी वो नहीं आये बहार में