हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
चूड़ी जो खनकी, हाथों में
चूड़ी जो खनकी, हाथों में
याद पिया की आने लगी
भीगी-भीगी रातों में
याद पिया की आने लगी
आ आ आ आ आ आ आ
ठंडी-ठंडी पवन चली
तन-मन में हाए आग लगे
तेरे प्यार की चिंगारी
अंग-अंग में हाए मेरे जले
रिम-झिम सी बरसातों में
रिम-झिम सी बरसातों में
याद पिया की आने लगी
भीगी-भीगी रातों में
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
अब की बरस हाए ये सावन
जान ना मेरी ले जाए
धक-धक मोरा जिया करे
तन से चुनर जब उड़ जाए
बोले जो कोयल बागों में
बोले जो कोयल बागों में
याद पिया की आने लगी
चूड़ी जो खनके