कभी उनसे यूँ भी मुलाक़ात हो
कभी उनसे यूँ भी मुलाक़ात हो
अकेले हो और चौदवीं रात हो
अकेले हो और चौदवीं रात हो
कभी उनसे यूँ भी मुलाक़ात हो
कभी उनसे यूँ भी मुलाक़ात हो
मैं दुनिया को ठोकर पे रखता चलूं
मैं दुनिया को ठोकर पे रखता चलूं
मैं दुनिया को ठोकर पे रखता चलूं
मेरी हाथ में गर तेरा हाथ हो
मेरी हाथ में गर तेरा हाथ हो
अकेले हो और चौदवीं रात हो
कभी उनसे यूँ भी मुलाक़ात हो
कहाँ जाएँगे दो सुलगते बदन
कहाँ जाएँगे दो सुलगते बदन
कहाँ जाएँगे दो सुलगते बदन
अगर बंद कमरे में बरसात हो
अगर बंद कमरे में बरसात हो
अकेले हो और चौदवीं रात हो
कभी उनसे यूँ भी मुलाक़ात हो
नज़र से नज़र तक रहे गुफ्तगू
नज़र से नज़र तक रहे गुफ्तगू
नज़र से नज़र तक रहे गुफ्तगू
न ये बात हो और वो बात हो
न ये बात हो और वो बात हो
अकेले हो और चौदवीं रात हो
कभी उनसे यूँ भी मुलाक़ात हो
कभी उनसे यूँ भी मुलाक़ात हो