तू हैं रंगों मैं खोया तुझ से बात क्या करूँ
कैसे होगी यह तुझ से मुलाक़ात क्या करूँ
ओहो हो तेरे बारे मैं सोचा सारी रात क्या करूँ
ओहो हो कैसे होगा तेरा मेरा साथ क्या करूँ
में वो ढूंढू गा निशान तुझ से मिलना हैं जहाँ
एह मेरी जान तेरे लिए हर कहीं जाऊं गा
ले जायें गे रास्ते जहाँ में वहीं जाऊं गा
में बेनिशान बेआसमान बेज़मीन जाऊं गा
पा के तुझे फिर तो कहीं में नहीं जाऊं गा
तू है रंगों मैं खोया तुझ से बात क्या करूँ
कैसे होगी यह तुझ से मुलाक़ात क्या करूँ
ओहो हो तेरे बारे में सोचा सारी रात क्या करूँ
ओहो हो कैसे होगा तेरा मेरा साथ क्या करूँ
नज़ाने क्यों बेताब था वो तो मेरा ख्वाब था
आशना यह ज़मीन अजनबी शहर हैं
जाऊं कहाँ एह साहिब-ए धूप का ज़हर हैं
और दिनों की रोशनी से बड़ी नहर हैं
फिर भी मेरे दिल में किसी आस की लेहर है
एह मेरी जान तेरे लिए हर कहीं जाऊं गा
ले जायें गे रास्ते जहाँ में वहीं जाऊं गा
में बेनिशान बेआसमान बेज़मीन जाऊं गा
पा के तुझे फिर तो कहीं में नहीं जाऊं गा