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Karun - Qissa Lyrics



Karun - Qissa Lyrics
Official




मुफ़्त जी लिए खर्च हो गये दुकानो में
कीमतों में पीस गये टंग गये दीवारो पे
मौन हो गये वो देख उंगली रख ईमानो पे
चुप छाप तीर चोरहे करमो के कमानो से
मौत का ना दर्र जिससे वो आयेज बदता जाएगा
खुद की बातें सोच सोच खुद से लड़ता जाएगा
व्यगतीगत छल कपट वो आज करता जाएगा
खुले आम घूमता वो आज कमरा चाहेगा
बंद हो चुका वो खुद की चीख का ना ज़ोर है
खुद का आपा खोदे उसकी नज़र उस और है
मॅन की सुनके घबराए वो शांत फिरसे हो गया
आँखें खोल आज बेटा चुप छाप सो गया
बातें बोले झूठ बेटा गुम सूम हो गया
लिखता रहता मॅन की बेटा काग़ज़ो में खो गया
प्यार करता सच्चा बेटा धोखा देख रो गया
देखता था सपने बेटा आज मौन हो गया

मैं कल्ला रेहन्दा मेरा कॉल ना आओ
मैं कल्ला रेहन्दा मेतो डोर हो जाओ
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ चाड दो
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ जीन दो
मैं कल्ला रेहन्दा मेरा कॉल ना आओ
मैं कल्ला रेहन्दा मेतो डोर हो जाओ
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ चाड दो
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ जीन दो

मॅन की सारे बातें फिरसे आज करना चाहू मैं
चेहरे पे ना भेह मैं लाया आज मारना चाहू मैं
खुद की सोचु ना मैं दूसरो से भगा फिरता हू
रोशनी को ढूंधू भंधे कला धागा पिसता हू
उमीद ना तू मुझसे कर हताश होता जाएगा
बेटा सपना देखता जो वो काश होता जाएगा
सबके सपने पुर करना वैसे इसका फ़र्ज़ है
बेटा डबता नीचे ऐसे लफ़ज़ो का जो क़र्ज़ है
शांत रहता ना वो लड़ता आँखों में उबाल है
लाल आँखें कहते सारे सच क्यू इक सवाल है
गैरो में वो अपना ढूँढे लेके इक मशाल है
बेटा घुटता जा रहा, साँस का अकाल है

तेरी कस्में क्या हैं
तेरे बॅस में ना हैं
तेरा ज़िक्र क्या

तेरा ज़िक्र क्या

मैं कल्ला रेहन्दा मेरा कॉल ना आओ
मैं कल्ला रेहन्दा मेतो डोर हो जाओ
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ चाड दो
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ जीन दो
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मुफ़्त जी लिए खर्च हो गये दुकानो में
कीमतों में पीस गये टंग गये दीवारो पे
मौन हो गये वो देख उंगली रख ईमानो पे
चुप छाप तीर चोरहे करमो के कमानो से
मौत का ना दर्र जिससे वो आयेज बदता जाएगा
खुद की बातें सोच सोच खुद से लड़ता जाएगा
व्यगतीगत छल कपट वो आज करता जाएगा
खुले आम घूमता वो आज कमरा चाहेगा
बंद हो चुका वो खुद की चीख का ना ज़ोर है
खुद का आपा खोदे उसकी नज़र उस और है
मॅन की सुनके घबराए वो शांत फिरसे हो गया
आँखें खोल आज बेटा चुप छाप सो गया
बातें बोले झूठ बेटा गुम सूम हो गया
लिखता रहता मॅन की बेटा काग़ज़ो में खो गया
प्यार करता सच्चा बेटा धोखा देख रो गया
देखता था सपने बेटा आज मौन हो गया

मैं कल्ला रेहन्दा मेरा कॉल ना आओ
मैं कल्ला रेहन्दा मेतो डोर हो जाओ
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ चाड दो
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ जीन दो
मैं कल्ला रेहन्दा मेरा कॉल ना आओ
मैं कल्ला रेहन्दा मेतो डोर हो जाओ
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ चाड दो
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ जीन दो

मॅन की सारे बातें फिरसे आज करना चाहू मैं
चेहरे पे ना भेह मैं लाया आज मारना चाहू मैं
खुद की सोचु ना मैं दूसरो से भगा फिरता हू
रोशनी को ढूंधू भंधे कला धागा पिसता हू
उमीद ना तू मुझसे कर हताश होता जाएगा
बेटा सपना देखता जो वो काश होता जाएगा
सबके सपने पुर करना वैसे इसका फ़र्ज़ है
बेटा डबता नीचे ऐसे लफ़ज़ो का जो क़र्ज़ है
शांत रहता ना वो लड़ता आँखों में उबाल है
लाल आँखें कहते सारे सच क्यू इक सवाल है
गैरो में वो अपना ढूँढे लेके इक मशाल है
बेटा घुटता जा रहा, साँस का अकाल है

तेरी कस्में क्या हैं
तेरे बॅस में ना हैं
तेरा ज़िक्र क्या

तेरा ज़िक्र क्या

मैं कल्ला रेहन्दा मेरा कॉल ना आओ
मैं कल्ला रेहन्दा मेतो डोर हो जाओ
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ चाड दो
मैं कल्ला रेहन्दा मैनउ जीन दो
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Karun
Copyright: Lyrics © O/B/O DistroKid

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Karun - Qissa Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Karun
Length: 3:20
Written by: Karun

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