[ Featuring Devansh ]
बादलों को पीछे छोड़के
चल पड़ा हू अपनी मंज़िल थामने
आँखो मैं वो सपनो को लिए
जी रहा हू उतनी सी वो आस पे
ख्वाहिशो का आशियाँ मैं बुन रहा हू
आरज़ू के तिनके जोड़ कर
समुंदर की गहराईओं मैं जो छुपा हूँ
पाना चाहू मैं सब हार कर
हो ज़िंदा मैं
हो ज़िंदा तू
ज़िंदा हमसब एक ही चाह मे
हो राही मैं
हो राही तू
राही हमसब एक ही राह के
तूफ़ानो को अब तू चीरके
चलता जा बस खुदकी मंज़िल थामने
काटो को अब अपने संग लिए
बढ़ते जाना अपने डर को हार के
उँचाइयो पे खुदसे मैं जो मिल रहा हू
अपने हिस्सो को यू जोड़ कर
ना सोचा था इश्स मोडपे आउँगा मैं कभी
उलझानो से अपनी जीत कर
हो ज़िंदा मैं
हो ज़िंदा तू
ज़िंदा हमसब एक ही चाह मे
राही मैं
हो राही तू
राही हमसब एक ही राह के