आजा निंदिया आजा नैनन बीच समा जा
आजा निंदिया आजा नैनन बीच समा जा
आजा आजा आजा
अमृत रस बरसा जा
पवन झूलाए पलना
ममता लॉरी गाये हो
पवन झूलाए पलना
ममता लॉरी गाये हो
शीतल शीतल किरणे हल्के हल्के साए हो
तू भी खुश्बू बनकर पलकां सजे सज़ा जा
आजा आजा आजा
अमृत रस बरसा जा
आजा निंदिया आजा नैनन बीच समा जा
बदली मे सोया है चंदा
नादिया मे झिलमिल पानी हो
बदली मे सोया है चंदा
नादिया मे झिलमिल पानी हो
इन अखियो मे सोये
तू ही निंदिया रानी
तुझपर वारी जाऊ
ललना को मेरे सुलजा
आजा आजा आजा अमृत रस बरसा जा
आजा निंदिया आजा नैनन बीच समा जा
हर पल देखु इसको फिर भी चैन ना पाउ
हर पल देखु इसको फिर भी चैन ना पाउ
में खुद निंदिया बनकर नैनन मे बस जाऊ हो
मेरे नयन की ज्योति मेरा नन्हा राजा
मेरे नयन की ज्योति मेरा नन्हा राजा
आजा आजा आजा अमृत रस बरसा जा