Back to Top

Ab Ke Sawan Mein Jee Dare [Classic Revival] Video (MV)






Lata Mangeshkar - Ab Ke Sawan Mein Jee Dare [Classic Revival] Lyrics
Official




[ Featuring Kishore Kumar ]

अब के सावन में जी डरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
अब के सावन में जी डरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
हो हो

अब के सावन में जी डरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी

ओ ओ

ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छाया नहीं ओ
ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छाया नहीं

ओ ये सुहाना समा प्रेम की खोज में मौज में
हो हो पागल प्रेमी बन के फिरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी

हो हो
अब के सावन में जी डरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी

आ तुझको आँखो में छुपा लूँ इस रात में
कजरा गजरा बह जायेगा ये बरसात में
हो हो आ तुझको आँखो में छुपा लूँ इस रात में
कजरा गजरा बह जायेगा ये बरसात में

ओ होश से काम लो राम का नाम लो थाम लो
जाने बैरन रुत क्या करे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
हो हो

अब के सावन में जी डरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
मन में लगे आग सी
मन में लगे आग सी (मन में लगे आग सी)
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




अब के सावन में जी डरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
अब के सावन में जी डरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
हो हो

अब के सावन में जी डरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी

ओ ओ

ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छाया नहीं ओ
ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छाया नहीं

ओ ये सुहाना समा प्रेम की खोज में मौज में
हो हो पागल प्रेमी बन के फिरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी

हो हो
अब के सावन में जी डरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी

आ तुझको आँखो में छुपा लूँ इस रात में
कजरा गजरा बह जायेगा ये बरसात में
हो हो आ तुझको आँखो में छुपा लूँ इस रात में
कजरा गजरा बह जायेगा ये बरसात में

ओ होश से काम लो राम का नाम लो थाम लो
जाने बैरन रुत क्या करे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
हो हो

अब के सावन में जी डरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
मन में लगे आग सी
मन में लगे आग सी (मन में लगे आग सी)
[ Correct these Lyrics ]
Writer: ADI-CRISTIAN COLCERU, ANANDSHI BAKSHI, R D Burman
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet