अपनी अपनी बीवी पे सबको गुरूर है
अपनी अपनी बीवी पे सबको गुरूर है
जैसी भी है बीवी शौहर के लिए हूर है
अपनी अपनी बीवी पे सबको गुरूर है
काली जिसकी बीवी वो लोगों से ये बोले
काली जिसकी बीवी वो लोगों से ये बोले
अजी लोगों से ये बोले जी लोगों से ये बोले
लैला भी थी काली ये किस्सा मशहूर है
लैला भी थी काली ये किस्सा मशहूर है
अपनी अपनी बीवी पे सबको गुरूर है
मोटी जिसकी बीवी वो लोगों से ये बोले
मोटी जिसकी बीवी वो लोगों से ये बोले
अजी लोगों से ये बोले हाँ लोगों से ये बोले
खाते पीते घर की है रंज ओ ग़म से दूर है
खाते पीते घर की है रंज ओ ग़म से दूर है
अपनी अपनी बीवी पे सबको गुरूर है
ठिंगनी जिसकी बीवी वो लोगों से ये बोले
ठिंगनी जिसकी बीवी वो लोगों से ये बोले
अजी लोगों से ये बोले हाँ लोगों से ये बोले
ऊँचे घर से आई है छोटा कद ज़रूर है
ऊँचे घर से आई है छोटा कद ज़रूर है
अपनी अपनी बीवी पे सबको गुरूर है
जैसी भी है बीवी शौहर के लिए हूर है