मोसे रूठ गए मोरे राम रे
मोसे रूठ गए मोरे राम रे
अपनी सीता को दे बैठे
एक पतिता का नाम रे
मोसे रूठ गए मोरे राम रे
मोसे रूठ गए मोरे राम रे
कौन जतन से लक्ष्मण भ्राता रूठे राम मनाऊ
कौन जतन से लक्ष्मण भ्राता रूठे राम मनाऊ
वो बोले तो प्रीत निभाकर
धरती बीच समाऊ
वो बोले तो प्रीत निभाकर
धरती बीच समाऊ
मरते मरते भी होंटो पर राम का होगा नाम रे
मोसे रूठ गए मोरे राम रे
मोसे रूठ गए मोरे राम रे
काहे जीती सीता सुनकर राम से ऐसी वाणी
काहे जीती सीता सुनकर राम से ऐसी वाणी
पर क्या करती गर्भ मे उसके थी जो राम निशानी
पर क्या करती गर्भ मे उसके थी जो राम निशानी
जान पर दुख सहकर भी जीना है माता का काम रे
मोसे रूठ गए मोरे राम रे
मोसे रूठ गए मोरे राम रे