तुम न जाने किस जहाँ में खो गये
हम भरी दुनिया में तन्हा हो गये
तुम न जाने किस जहाँ में खो गये
मौत भी आती नहीं, आस भी जाती नहीं
दिल को ये क्या हो गया, कोई शह भाती नहीं
लूट कर मेरा जहाँ छुप गये हो तुम कहाँ
लूट कर मेरा जहाँ छुप गये हो तुम कहाँ
तुम कहाँ, तुम कहाँ, तुम कहाँ, आ आ
तुम न जाने किस जहाँ में खो गये
एक जां और लाख ग़म, घुट के रह जाये न दम
आओ तुम को देख लें, डूबती नज़रों से हम
लूट कर मेरा जहाँ छुप गये हो तुम कहाँ
लूट कर मेरा जहाँ छुप गये हो तुम कहाँ
तुम कहाँ, तुम कहाँ, तुम कहाँ, आ आ
तुम न जाने किस जहाँ में खो गये
हम भरी दुनिया में तन्हा हो गये
तुम न जाने किस जहाँ में खो गये