वो पास आ रहे हैं
हम दूर जा रहे हैं
अपनी खुशी से अपनी
दुनिया लूटा रहे हैं
अपनी खुशी से अपनी
दुनिया लूटा रहे हैं
आँखे भी रो रही हैं
दिल भी तड़प रहा हैं
दिल भी तड़प रहा हैं
और वो समझ रहे हैं
हम मुस्कुरा रहे हैं
अपनी खुशी से अपनी
दुनिया लूटा रहे हैं
अपनी खुशी से अपनी
दुनिया लूटा रहे हैं
बेदर्द हैं ज़माना
मजबूर हैं मुहब्बत
मजबूर हैं मुहब्बत
मंज़िल पे आके वापस
मंज़िल से जा रहे हैं
अपनी खुशी से अपनी
दुनिया लूटा रहे हैं
अपनी खुशी से अपनी
दुनिया लूटा रहे हैं
ओ दूर जाने वाले
ओ दूर जाने वाले
तुझ को खबर नही हैं
ओ दूर जाने वाले
तुझ को खबर नही हैं
हम रूठ कर खुशी से
गम को माना रहे हैं
अपनी खुशी से अपनी
दुनिया लूटा रहे हैं
अपनी खुशी से अपनी
दुनिया लूटा रहे हैं