ज़िंदगी दी थी तो जीने का मज़ा क्यूँ न दिया
ओ ओ ओ मेरी क़िसमत में ये आराम बता
क्यूँ न दिया क्यूँ न दिया
ये आरज़ू थी कभी हम बहार देखेंगे
ये आरज़ू थी कभी हम बहार देखेंगे
किसे पता था फिजा बार बार देखेंगे
करार पा के भी किस्मत में बेकरारी है
करार पा के भी किस्मत में बेकरारी है
वो और होंगे जो दिल का करार देखेंगे
वो और होंगे जो दिल का करार देखेंगे
अभी तो प्यार का इक ख़ाब हमने देखा है
अभी तो प्यार का इक ख़ाब हमने देखा है ए ए ए
गले में कब तेरी बाँहों का हार देखेंगे
गले में कब तेरी बाँहों का हार देखेंगे
तेरा मिलाप जुदाई से कम नहीं है सनम
तेरा मिलाप जुदाई से कम नहीं है सनम आ आ आ आ
तमाम उम्र तेरा इंतज़ार देखेंगे
तमाम उम्र तेरा इंतज़ार देखेंगे
ये आरज़ू थी कभी हम बहार देखेंगे