[ Featuring Mukesh, Suman Kalyanpur ]
एक बात कहूँ वल्लाह ये हुस्न सुभान-अल्लाह
एक बात कहूँ वल्लाह ये हुस्न सुभान-अल्लाह
जब नाम लिया दिल थाम लिया कहो कैसी रही
बस तुमने क़दर की है क्या ख़ूब नज़र की है
बस तुमने क़दर की है क्या ख़ूब नज़र की है
दिलदार मिले तो ऐसा मिले क्या बात कही
ऐसे को मिले तैसे ये तुमको मिले जैसे
ऐसे को मिले तैसे ये तुमको मिले जैसे
जब इश्क़ नहीं तो कुछ भी नहीं कहो कैसी कहीं
दुनिया में हसीना होते दुनिया में हसीना होते
जी हम भी कहीं ना होते
हमसे है तुम्हारी शोख़ी
क्या होता हमीं ना होते क्या होता हमीं ना होते
हम नाज़ उठाते हैं रूठों को मनाते हैं
जब इश्क़ नहीं तो कुछ भी नहीं कहो कैसी कहीं
ये रुप है तो ये रंग है ये रुप है तो ये रंग है
जीने के यही तो ढंग हैं
जी आपके हाथों ही तो
ये मर्द बेचारे तंग हैं ये मर्द बेचारे तंग हैं
ये तिरछी नज़र क़ातिल तुम हो तो जवाँ है दिल
जब इश्क़ नहीं तो कुछ भी नहीं कहो कैसी कहीं
हम हैं तो धड़कते हैं दिल हम हैं तो धड़कते हैं दिल
तुम हो तो मचलते हैं दिल
सूरत पे नहीं जाते हम
इस दिल से परखते हैं दिल इस दिल से परखते हैं दिल
सच कहने के आदी हैं हम तो सत्यवाद़ी हैं
जब इश्क़ नहीं तो कुछ भी नहीं कहो कैसी कहीं
एक बात कहूँ वल्लाह ये हुस्न सुभान-अल्लाह
जब नाम लिया दिल थाम लिया कहो कैसी कही
बस तुमने क़दर की है क्या ख़ूब नज़र की है
दिलदार मिले तो ऐसा मिले क्या बात कही