ओ मेरे साजन
ओ मेरे साजन
मेरा दिल भी कितना पागल है
ये प्यार तो तुमसे करता है
मेरा दिल भी कितना पागल है
ये प्यार तो तुमसे करता है
पर सामने जब तुम आते हो
पर सामने जब तुम आते हो
कुछ भी कहने से डरता है
ओ मेरे साजन ओ मेरे साजन
साजन साजन मेरे साजन
कैसे कहूँ, बिना तेरे, ज़िंदगी ये क्या होगी
कैसे कहूँ, बिना तेरे, ज़िंदगी ये क्या होगी
जैसे कोई सज़ा, कोई बद्दुआ होगी
जैसे कोई सज़ा, कोई बद्दुआ होगी
मैंने किया है ये फ़ैसला
जीना नहीं है तेरे बिना
मेरा दिल भी कितना पागल है
ये प्यार तो तुमसे करता है
मेरा दिल भी इतना पागल है
ये प्यार तो तुमसे करता है