बंजारा हू में
किसी का प्यारा हू
बंजारा हू में किसी का प्यारा हू में
हो वक़्त का मारा हू
बंजारा हू में किसी का प्यारा हू मे
हो वक़्त का मारा हू
मिलके बिछड़ गयी आँख जो मुझसे
मिलके बिछड़ गयी आँख जो मुझसे
में उस आँख का तारा हू
बंजारा हू में किसी का प्यारा हू में
हो वक़्त का मारा हू
इस नगरी मे में तो लोगो
आ गया रमता रमता रे
आ गया रमता रमता
मुझे बता दो इस बस्ती मे
कहा मिलेगी ममता रे
कहा मिलेगी ममता
अपने ही घर की राह जो भुला
अपने ही घर की राह जो भुला
में वो राही बेचारा हू
बंजारा हू में किसी का प्यारा हू में
हो वक़्त का मारा हू
सारे नज़ारे मुझसे रूठे
जुदा हुई हर ज्योति रे
जुदा हुई हर ज्योति
एक दिन टूटी थी जो माला
में हू उसका मोती रे
में हू उसका मोती
जिसको नसीबा यहा ले डूबा
जिसको नसीबा यहा ले डूबा
में वो एक दुखियारा हू
बंजारा हू में किसी का प्यारा हू में
हो वक़्त का मारा हू