हसीनो संभालो अपनी ये दुनिया
हम तो चले वीरानो में
देखो हमारा नाम न लेना
अब अपने दीवानों में
हसीनो संभालो अपनी ये दुनिया
हम तो चले वीरानो में
जिस दुनिया का हुस्न है मालिक
उस दुनिया में क्या रेहते
जिस दुनिया का हुस्न है मालिक
उस दुनिया में क्या रेहते
ओ ज़ुल्फोंवालों नाज़ तुम्हारे
आखिर कब तक हम सहते
तुम महलों में मस्त रहो
हम कुदरत के मैखानों में
हसीनो संभालो अपनी ये दुनिया
हम तो चले वीरानो में
भला हुआ न कभी किसी का
इश्क़ की झूटी बस्ती में
अरे भला हुआ न कभी किसी का
इश्क़ की झूठी बस्ती में
अच्छा हुआ के रोग ये छूटा
अब गुज़रेगी मस्ती में
न दिल में अरमान ही होंगे
न हलचल अरमानों में
हसीनो संभालो अपनी ये दुनिया
हम तो चले वीरानो में
अब न ख़ुशी से काम हमें
न मतलब है बर्बादी से
अब न ख़ुशी से काम हमें
न मतलब है बर्बादी से
आप बजाये अपनी बंसी
नगर नगर आज़ादी से
कोई जिए या मर जाएँ हम
मस्त है अपनी तानों में
हसीनो संभालो अपनी ये दुनिया
हम तो चले वीरानो में
हो देखो हमारा नाम न लेना
अब अपने दीवानों में