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Mukesh - Muft Huye Badnaam Kisi Se Haye Lyrics

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Mukesh - Muft Huye Badnaam Kisi Se Haye Lyrics
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मुफ्त हुए बदनाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम
जीना हुआ इल्जाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम

गए अरमान लेके
लुटे लुटे आते है
लोग जहां में कैसे
दिल को लगाते है
गए अरमान लेके
लुटे लुटे आते है
लोग जहां में कैसे
दिल को लगाते है
दिल को लगाते है
अपना बनाते है
हम तो फिरे नादान
हम तो फिरे नादान
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम

समझे थे साथ भेजा
किसी का सुहाना ग़म
खुली जो नज़र को देखा
तनहा खड़े है हम
समझे थे साथ भेजा
किसी का सुहाना ग़म
खुली जो नज़र को देखा
तनहा खड़े है हम
तनहा खड़े है हम
दिल भी रहा है कम
रस्ते में हो गयी शाम
रस्ते में हो गयी शाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम
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मुफ्त हुए बदनाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम
जीना हुआ इल्जाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम

गए अरमान लेके
लुटे लुटे आते है
लोग जहां में कैसे
दिल को लगाते है
गए अरमान लेके
लुटे लुटे आते है
लोग जहां में कैसे
दिल को लगाते है
दिल को लगाते है
अपना बनाते है
हम तो फिरे नादान
हम तो फिरे नादान
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम

समझे थे साथ भेजा
किसी का सुहाना ग़म
खुली जो नज़र को देखा
तनहा खड़े है हम
समझे थे साथ भेजा
किसी का सुहाना ग़म
खुली जो नज़र को देखा
तनहा खड़े है हम
तनहा खड़े है हम
दिल भी रहा है कम
रस्ते में हो गयी शाम
रस्ते में हो गयी शाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम
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Writer: Chitragupta, Majrooh Sultanpuri
Copyright: Lyrics © Royalty Network
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