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Sabse Bada Naadan Video (MV)




Performed By: Mukesh
Length: 3:58
Written by: Shankar-Jaikishan, Varma Malik




Mukesh - Sabse Bada Naadan Lyrics
Official




सब से बड़ा नादाँ वही है
जो समझे नादाँ मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है
जो समझे नादाँ मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है
जो समझे नादाँ मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है

दौलत है तेरे कदमों में
क़िस्मत है तेरे हाथों में
खुशियाँ है तेरी पलकों में
मस्ती है तेरी आँखों में
सब कुछ तुझको मालिक ने
दिया मैं तुझको क्या दे सकता हूँ
इक रूप को भेट की रिश्वत देना
लगता है अपराध मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है

कोई शान की खातिर पैसे को
पानी की तरह बहता है
कही बिन क़ीमत मालिक का दिया
पानी पैसे से बिकता है
इस सभा की सुन्दर चेहरों से
रौनक तो बढाती है लेकिन
रौनक वाले चेहरों के
पीछे मिले है दिल सुनसान मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है

धर्म कर्म सभ्यता मर्यादा
नज़र न आई मुझे कही
गीता ज्ञान की बाते देखो
आज किसी को याद नहीं
माफ़ मुझे कर देना भाइयो
झूठ नहीं मैं बोलूंगा
वही कहूँगा आपसे जो गीता से
मिला है ज्ञान मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है
जो समझे नादाँ मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है
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सब से बड़ा नादाँ वही है
जो समझे नादाँ मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है
जो समझे नादाँ मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है
जो समझे नादाँ मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है

दौलत है तेरे कदमों में
क़िस्मत है तेरे हाथों में
खुशियाँ है तेरी पलकों में
मस्ती है तेरी आँखों में
सब कुछ तुझको मालिक ने
दिया मैं तुझको क्या दे सकता हूँ
इक रूप को भेट की रिश्वत देना
लगता है अपराध मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है

कोई शान की खातिर पैसे को
पानी की तरह बहता है
कही बिन क़ीमत मालिक का दिया
पानी पैसे से बिकता है
इस सभा की सुन्दर चेहरों से
रौनक तो बढाती है लेकिन
रौनक वाले चेहरों के
पीछे मिले है दिल सुनसान मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है

धर्म कर्म सभ्यता मर्यादा
नज़र न आई मुझे कही
गीता ज्ञान की बाते देखो
आज किसी को याद नहीं
माफ़ मुझे कर देना भाइयो
झूठ नहीं मैं बोलूंगा
वही कहूँगा आपसे जो गीता से
मिला है ज्ञान मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है
जो समझे नादाँ मुझे
कौन कौन कितने पानी में
सब की है पहचान मुझे
सब से बड़ा नादाँ वही है
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Shankar-Jaikishan, Varma Malik
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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