तारे मुझे उस रात के याद है
बाते सभी तेरी वो राज़ है
गुम हो कहा तेरे बिना मे अधूरा हू
जो तुम गये रातो मे ना मे सोया हू
ले चल तू मुझे कहीं
बिन तेरे मे कुछ नही
मेरी तो काट-ती है राते यादो मे
मिलती है बस तू मुझे ख़यालो मे
गुम हो कहा तेरे बिना मे अधूरा हू
जो तुम गये रातो मे ना मे सोया हू
ले चल तू मुझे कहीं
बिन तेरे मे कुछ नही
ले चल तू मुझे कहीं
बिन तेरे मे कुछ नही