हाथ थामे चल रहा हू
तू रुका तो मे रुक गया
इस हवा मे क्या मज़ा हे
कंधे पे सर रख के तू सो गया
अगर इस पल मे नही
कभी देर से सही
परछाई मे तेरी
रहूँगा मे यही
इस पल मे नही
कभी देर से सही
परछाई मे तेरी
रहूँगा मे यही
जिस तरह से तू मेरे साथ हे
मेरे साए मे तेरी आवाज़ हे
जब किसी पल मे जो तू नाराज़ हे
बस जान ले तू जान ले की मे
अगर इस पल मे नही
कभी देर से सही
परछाई मे तेरी
रहूँगा मे यही
इस पल मे नही
कभी देर से सही
परछाई मे तेरी
रहूँगा मे यही
अगर इस पल मे नही
कभी देर से सही
परछाई मे तेरी
रहोगे तुम यही
इस पल मे नही
कभी देर से सही
परछाई मे तेरी
आ हा आ आ आ हा आ आ
परछाई मे तेरी
परछाई मे तेरी