रब की क़व्वाली है इश्क़ कोई
दिल की दीवाली है इश्क़ कोई
महकी सी प्याली है इश्क़ कोई
सुबह की लाली है इश्क़
गिरता सा झरना है इश्क़ कोई
उठता सा कलमा है इश्क़ कोई
साँसों में लिपटा है इश्क़ कोई
आँखों में दिखता है इश्क़
मेरे दिल को तू जाँ से जुदा कर दे
यूँ बस तू मुझ को फ़ना कर दे
मेरा हाल तू, मेरी चाल तू, बस कर दे आशिक़ाना
तेरे वास्ते मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
मेरा इश्क़ सूफ़ियाना, मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
तेरे वास्ते मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
मेरा इश्क़ सूफ़ियाना, मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
रब की क़व्वाली है इश्क़ कोई
दिल की दीवाली है इश्क़ कोई
महकी सी प्याली है इश्क़ कोई
सुबह की लाली है इश्क़
सोचूँ तुझे तो है सुबह, सोचूँ तुझे तो शाम है
हो, मंज़िलों पे अब तो मेरी एक ही तेरा नाम है
तेरे आग में ही जल के, कोयले से हीरा बन के
ख़्वाबों से आगे चल के है तुझे बताना
तेरे वास्ते मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
मेरा इश्क़ सूफ़ियाना, मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
तेरे वास्ते मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
मेरा इश्क़ सूफ़ियाना, मेरा इश्क़ सूफ़ियाना