ह्म नादान दिल खाबून की मंज़िल ढूँढे
नादान दिल जाने ना जाने ना जाने ना
खोया सा भीकरा सा बे खबर
उलझा है जाने ना
वक़्त परिंदो सा उड़ चला
हो रही सपने बे ज़ुबान
क़दमों ने माँगी पंखों की दास्तान दास्तान
दिल दिल क राही जाएँ तो जाएँ कहाँ
ओ ओ दिल के राही जाएँ तो जाएँ कहाँ
जाएँ कहाँ
ज़िंदगानी के सफ़र मे मोड़ आती हें
जो ना समझी दिल इस तरफ़ चले उसे तरफ़ चले
खुद से पूछ ये दिल क्या ये चाहे दिल
दिल की हसरत का काफिला रेत पे निशान ढूंढता (ढूंढता)
दिल दिल क राही जाएँ तो जाएँ कहाँ
दिल दिल क राही जाएँ तो जाएँ कहाँ
ऊओहू दिल दिल के राही जाएँ तो जाएँ कहाँ
दिल के रही