Back to Top

Ravindra Jain - Baal Roop Dekhe Jo Kanhayi [2] Lyrics



Ravindra Jain - Baal Roop Dekhe Jo Kanhayi [2] Lyrics
Official




बाल रूप देखे जो कन्हाई
मूनिवर ने सूद बुध विसराई
हरीश अपार तीजे ना समाए
नैन मे आँसू भर आए

अंतर्गति जो भाई लखी स्वामी
सोजानत बस अंतरयामी
कैसे अभिनंदन करे मुनि कछु समज ना पावे
देख दसानीज भक्त की प्रभु मन मे मुस्काये
प्रभु मन मे मुस्काये
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




बाल रूप देखे जो कन्हाई
मूनिवर ने सूद बुध विसराई
हरीश अपार तीजे ना समाए
नैन मे आँसू भर आए

अंतर्गति जो भाई लखी स्वामी
सोजानत बस अंतरयामी
कैसे अभिनंदन करे मुनि कछु समज ना पावे
देख दसानीज भक्त की प्रभु मन मे मुस्काये
प्रभु मन मे मुस्काये
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Sujatha Mohan
Copyright: Lyrics © Divo TV Private Limited, Sony/ATV Music Publishing LLC




Ravindra Jain - Baal Roop Dekhe Jo Kanhayi [2] Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Ravindra Jain
Length: 1:31
Written by: Sujatha Mohan

Tags:
No tags yet