यही धर्म कर्तव्य यही, यही समयोचित ज्ञान
भाई पर भाई चला होने को बलिदान
रणवीर मदमाता चला मुझ दंड लहराता चला
रणवीर मदमाता चला
कंपित धरा पदभार से नभ गूँजता हुंकार से
नभ गूँजता हुंकार से
सेना मे भड़दड़ मच गयी भयभीत हओ भागे सभी
ये कौन भीषण काय है इस ओर बढ़ता आये है
ये कौन भीषण काय है इस ओर बढ़ता आये है