सोनचिरैया, सोनचिरैया
सोनचिरैया, सोनचिरैया
नैना में वाके १०० तंतर
क्षन में हो जावे छू मंतर
नैना में वाके १०० तंतर
क्षन में हो जावे छू मंतर
रेतों पे तैरे जो नैय्या
सोनचिरैया, सोनचिरैया
नभ को ना भी छुपाएँ
मुक्ति पंखों उठाएँ
रैना भस्म करे, यूँ तिलस्व करे
चले उलटा समय का दुपहिया
सोनचिरैया, सोनचिरैया
सोनचिरैया, सोनचिरैया
फूटे मोती बिने हैं, काले काज गिने हैं
नहीं हाथ लागे, भले घात लगावे
कोई बाग़ी या कोई सिपहिया
सोनचिरैया, सोनचिरैया
सोनचिरैया, सोनचिरैया
सोनचिरैया, सोनचिरैया
सोनचिरैया, सोनचिरैया