जहाँ भी याद तेरी आएगी
वहीं पे बैठ के रो दूँगा
जहाँ भी खुश्बू तेरी आएगी
वहीं पे मैं साँसें लूँगा
जैसा भी हूँ जी लूँगा
जैसा भी हूँ जी लूँगा
जहाँ भी याद तेरी आएगी
वहीं पे बैठ के रो दूँगा
जहाँ भी खुश्बू तेरी आएगी
वहीं पे मैं साँसें लूँगा
सपने भी देखे यहाँ पे
अपने भी देखे यहाँ पे
सपनो का अब बता मैं क्या करूँगा
सपने फिर टूटे यहाँ पे
अपने फिर छूटे यहाँ पे
जन्नत'ओं का अब बता मैं क्या करूँगा
जैसा भी हू जी लूँगा
जैसा भी हू जी लूँगा
जहाँ भी याद तेरी आएगी
वहीं पे बैठ के रो दूँगा
जहाँ भी खुश्बू तेरी आएगी
वहीं पे मैं साँसें लूँगा
जोगिया ने कन्ना विच कच दिया उन्दा
जोगिया ने कन्ना विच कच दिया उन्दा
मुंद्रा ने विच मेरा जी वसदा
तू मेरी वे बस वेखा मेनू तू दे सदा
तू मेरी वे पास वेखा मेनू तू दे सदा
वो तेरी मीठी बाते वो तेरा मुस्कुरा के
न जाने क्यों मेरे दिल में आके समा गई
तेरी इन हसी को देख कर अब तो ओ जानेजाना
इन वादियों को भी अब शर्मा गया
पर क्यू मुझसे खेला और जाने को क्यू रोका
एक बार तो सोचता होता तेरे बिन मेरा क्या होगा
जैसा भी हूँ जी लूँगा
जैसा भी हूँ जी लूँगा
जहाँ भी याद तेरी आएगी
वहीं पे बैठ के रो दूँगा
जहाँ भी खुश्बू तेरी आएगी
वहीं पे मैं साँसें लूँगा