ख़ुदगर्ज़ी इस ज़माने की पहचान क्यूँ है
आमादा बस तबाही पे इंसान क्यूँ है
जन्नत के बहाने क़ब्र की दुकानें
आज़ादी आज़माने का अंजाम क्यूँ है
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन है
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन क्यूँ
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन है ओ ओ
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन है
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन क्यूँ
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन है
बदले से रिश्ते क्यूँ हैं
सामान प्यारा क्यूँ है
कैसा दाैर है वाऊं ओ वाऊं ओ
शैतान हावी क्यूँ है
रब थोड़ा हारा क्यूँ है
कैसा दाैर है
जाने कैसा दाैर है ओ ओ
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन है
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन क्यूँ
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन है ओ ओ
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन है (ख़ाली ख़ाली ख़ाली)
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन क्यूँ (ख़ाली ख़ाली ख़ाली)
ख़ाली ख़ाली ख़ालीपन है (ख़ाली ख़ाली ख़ाली)