दिल को देके मैं बैठा हूँ
उस दिल को तेरे कुछ यूँ
जैसे शमा को परवाना देता है
अब तो
जलके है मिट जाना
बस नाम तेरा लेना
जैसे शमा का परवाना लेता है
दिल को देके मैं बैठा हूँ
उस दिल को तेरे कुछ यूँ
जैसे शमा को परवाना देता है
मैं उड़ चला था बेखबर
होके जहाँ से
मैं उड़ चला था बेखबर
होके जहाँ से
फिर दूर दिखी लौ तेरी
धुंधली सी सुबह में
पहचानी सी धुन
पुकारे
मैं बनु बोल उसी धुन पे
फिर रंग भरूं ऐसे
जैसे शमा मे परवाना भरता है
मैं बनु बोल उसी धुन पे
फिर रंग भरूं ऐसे
जैसे शमा मे परवाना भरता है
दिल को देके मैं बैठा हूँ
उस दिल को तेरे कुछ यूँ
जैसे शमा को परवाना देता है
अब तो
जलके है मिट जाना
बस नाम तेरा लेना
जैसे शमा का परवाना लेता है