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Subhi Khanna - Aagosh [Reprise] Lyrics



Subhi Khanna - Aagosh [Reprise] Lyrics
Official




तेरे आगोश में समेट के यह जहाँ
तेरे आगोश में समेट के यह जहाँ
की गुमनामियत का ख़ौफ़ है अब कहाँ
के रूल भी गये तो मदहोश है हम यहाँ
तेरे आगोश में लपेट के यह जहाँ
तेरे आगोश में लपेट के यह जहाँ
सैकड़ो लफ्ज़ है पर कर ना पाए बयान
कितने महफूज़ है तेरी बाहूं के दरमियाँ
तेरे आगोश में लपेट के यह जहाँ

कही जाने की रट हमें ना हो
फ़र्ज़ो की हमें फिकर ना हो
ह्म ह्म ह्म् म्म्म ह्म् म्म्म
झूमते है जो ख्वाब उनको झूलने दो
तेरे आगोश में सवेर के यह जहाँ
तेरे आगोश में सवेर के यह जहाँ
की गुमनमियत का ख़ौफ़ है अब कहाँ
के रूल भी गये तो मदहोश है हम यहाँ
तेरे आगोश में बिखेर ले यह जहाँ
आगोश में बिखेर ले यह जहाँ
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तेरे आगोश में समेट के यह जहाँ
तेरे आगोश में समेट के यह जहाँ
की गुमनामियत का ख़ौफ़ है अब कहाँ
के रूल भी गये तो मदहोश है हम यहाँ
तेरे आगोश में लपेट के यह जहाँ
तेरे आगोश में लपेट के यह जहाँ
सैकड़ो लफ्ज़ है पर कर ना पाए बयान
कितने महफूज़ है तेरी बाहूं के दरमियाँ
तेरे आगोश में लपेट के यह जहाँ

कही जाने की रट हमें ना हो
फ़र्ज़ो की हमें फिकर ना हो
ह्म ह्म ह्म् म्म्म ह्म् म्म्म
झूमते है जो ख्वाब उनको झूलने दो
तेरे आगोश में सवेर के यह जहाँ
तेरे आगोश में सवेर के यह जहाँ
की गुमनमियत का ख़ौफ़ है अब कहाँ
के रूल भी गये तो मदहोश है हम यहाँ
तेरे आगोश में बिखेर ले यह जहाँ
आगोश में बिखेर ले यह जहाँ
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Writer: Subhi Khanna
Copyright: Lyrics © NDE Distribution Services Inc., Anara Publishing Limited, Songtrust Ave

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Subhi Khanna - Aagosh [Reprise] Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Subhi Khanna
Length: 4:12
Written by: Subhi Khanna

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