जो हम पे गुज़रती है तनहा किसे समझाएँ
तनहा किसे समझाएँ
समझे तो नही ये जाएँ तो किधर जाएँ
जाएँ तो किधर जाएँ
जब जान-ए-वफ़ा तेरी फ़ुरक़त ना सताएगी
वो सुबह कब आएगी, वो शाम कब आएगी
कब तक दिल-ए-नादाँ को हम वादों से बहलाएँ
हम वादों से बहलाएँ
तुम भी तो नहीं मिलते जाएँ तो किधर जाएँ
जाएँ तो किधर जाएँ
आजा कि मुहब्बत की मिटने को हैं तसवीरें
आजा कि मुहब्बत की मिटने को हैं तसवीरें
पहरे हैं निगाहों पे और पाँव में ज़ंजीरें
बस में ही नहीं वरना हम उड़के चले आएँ
हम उड़के चले आएँ
बस में ही नहीं वरना हम उड़के चले आएँ
हम उड़के चले आएँ
जो हम पे गुज़रती है तनहा किसे समझाएँ
तनहा किसे समझाएँ