[ Featuring Soumee Sailsh ]
हा हा हा आ हा हा हो हो ह ह
दुश्वार है रहना जुदा
कैसे जियुं तुझ बिन बता
पढ़ले ज़रा, हाल मेरा
अल्फ़ाज़ मे, तू है सदा
ढूँढती हूँ जन्नतों को
मे तेरी ही निगाहों में
तू खुला है, तू मिला है
ज़िंदगी की राहों में
तू ही इम्तेदान, तू ही इंतेहा
तू ही सब सुबह, खुदा जाने
तू ही इम्तेदान, तू ही इंतेहा
तू ही सब सुबह, खुदा जाने
तू ही इम्तेदान, तू ही इंतेहा
तू ही सब सुबह, खुदा जाने
तू मेरी ज़रूरत बनी है ऐसे
तू मेरी ज़रूरत बनी है ऐसे
जिस्म को रूह की ज़रूरत हो जैसे
तू ही मंज़िल मेरी, तू ही है रास्ता
तू ही मंज़िल मेरी, तू ही है रास्ता
तुझसे ही जुड़ी है साँसों की दास्तान
तेरी आहट, तेरी चाहत अब है मेरे तराने में
तू खुला है, तू मिला है ज़िंदगी की राहों में
तू ही इम्तेदान, तू ही इंतेहा
तू ही सब सुबह, खुदा जाने
तू ही इम्तेदान, तू ही इंतेहा
तू ही सब सुबह, खुदा जाने
तू ही इम्तेदान, तू ही इंतेहा
तू ही सब सुबह, खुदा जाने
तू ही इम्तेदान, तू ही इंतेहा
तू ही सब सुबह, खुदा जाने
तू ही इम्तेदान, तू ही इंतेहा
तू ही सब सुबह, खुदा जाने
हा हा हा आ हा हा हो हो ह ह