में दीवाना
में दीवाना
में दीवाना
में दीवाना
ऐसा लम्हा था, के मन करता था
जीलू मैं बार बार (में दीवाना)
आनेवाला कल ना जाने किसपल
ले जाता है कहाँ
है किसने जाना अब क्या अफ़साना
लिखता है आस्मा
करले थोड़ा इंतज़ार
जाए ना तू फिसल गुज़रेगा ये पल
इतना क्यूँ है बेकरार
काहे की है फिकर गुजरेगा
ये पल (ये पल)
ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना (में दीवाना)
ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना (में दीवाना)
अच्च्छा लगता है, चाहे सपना है
परवाह नही है यार
पर मैं दीवाना (मैं दीवाना)
ये भी ना जाना (ये भी ना जाना)
है जीना तो एक बहाना
दिल तोड़े सारे (सारे)
पर सुनले प्यारे (प्यारे)
सब चलता है यहाँ
करले थोड़ा इंतज़ार
जाए ना तू फिसल गुज़रेगा ये पल
इतना क्यूँ है बेकरार
काहे की है फिकर गुज़रेगना
ये पल (ये पल)
ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना (में दीवाना)
ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना ना (में दीवाना)
इस जहाँ से उस जहाँ तक
इस ज़मीन से आसमान तक
हो
इंतज़ार
इंतज़ार
इंतज़ार इंतज़ार
में दीवाना (इंतज़ार)
इंतज़ार