Back to Top

Ahmed Jahanzeb - Jab Tumhari Yaad Lyrics



Ahmed Jahanzeb - Jab Tumhari Yaad Lyrics
Official




हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ ओ

जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया
मैं भरी महफ़िल में रहके भी तनहा हो गया
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया

भीगी भीगी रातों में भीगी वो तेरी बातें
ठहरी है खाबों में गुज़री मुलाक़ातें
जागे फिर वहीं अरमान, जिनको भुला दिया मैने
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया

जलते है आँखों में अश्कों के अंगारे
टूटे है पलकों से गम के बेछेदार
चुभती है साँसों में जिस्म की जवा खुश्बू
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया (हो हो हो हो हो हो)
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया (हो हो हो हो हो हो)
मैं भरी महफ़िल में रहके भी तनहा हो गया
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया (हो हो हो हो हो हो)
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ ओ

जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया
मैं भरी महफ़िल में रहके भी तनहा हो गया
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया

भीगी भीगी रातों में भीगी वो तेरी बातें
ठहरी है खाबों में गुज़री मुलाक़ातें
जागे फिर वहीं अरमान, जिनको भुला दिया मैने
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया

जलते है आँखों में अश्कों के अंगारे
टूटे है पलकों से गम के बेछेदार
चुभती है साँसों में जिस्म की जवा खुश्बू
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया (हो हो हो हो हो हो)
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया (हो हो हो हो हो हो)
मैं भरी महफ़िल में रहके भी तनहा हो गया
जब तुम्हारी याद आई, जख्म ताज़ा हो गया (हो हो हो हो हो हो)
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Ahmed Jahanzeb, Mohammad Anis, Obaidullah Aleem, Sameer
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC




Ahmed Jahanzeb - Jab Tumhari Yaad Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet