बड़े अच्छे लगते हैं
बड़े अच्छे लगते हैं
ये धरती, ये नदिया, ये रैना
और तुम
बड़े अच्छे लगते हैं
ये धरती, ये नदिया, ये रैना
ओ माझी रे जइयो पिया के देश
हम तुम कितने पास हैं कितने दूर हैं चाँद सितारे
सच पूछो तो मन को झूठे लगते हैं ये सारे
हम तुम कितने पास हैं कितने दूर हैं चाँद सितारे
सच पूछो तो मन को झूठे लगते हैं ये सारे
मगर सच्चे लगते हैं ये धरती ये नदिया ये रैना(और)
और तुम