चाहे चूड़ी टूट जाए
चाहे लाली छूट जाए
चाहे रब रूठ जाए
चाहे रब रूठ जाए
चाहे रब रूठ जाए
चाहे रब रूठ जाए
मस्त महीना बड़ा कमीना
रिम झिम है बरसात
मस्त महीना बड़ा कमीना
रिम झिम है बरसात
आज ना तुझको जाने दूँगी
अरे आ सारी रात
मस्त महीना बड़ा कमीना
रिम झिम है बरसात
मस्त महीना बड़ा कमीना
रिम झिम है बरसात
आज ना तुझको जाने दूँगी
अरे आ सारी रात
गले लग जा तनाक धिन ढा ढा
गले लग जा तनाक धिन ढा ढा
किसके आगे दुखड़ा रोऊ
मे इश्क़्के दी मारी
इतनी सी ये बात ना समझे
मेरा यार अनाड़ी
तन से लिपटी चोली जैसा
बन जा तू हमजोली
प्यार की तू बंदूक से सजना
आज चला दे गोली
रोज नही मिलता ये मौका
मान ले मेरी बात
आज ना तुझको जाने दूँगी
अरे आ सारी रात
मस्त महीना बड़ा कमीना
कमीना कमीना
मस्त महीना कितना
कमीना कमीना
मस्त महीना बड़ा कमीना
रिम झिम है बरसात
आज ना तुझको जाने दूँगी
अरे आ सारी रत
गले लग जा तनाक धिन ढा ढा
गले लग जा तनाक धिन ढा ढा
मेरी नस नस मे बेचैनी
अंग अंग मेरा मचले
साजन जब तक ना करू बस बस
तू इतना मुझे कसले
फूल ना हो तो भवर अधूरा
भवर ना हो तो फूल
तू मेरा सिंदूर मे तेरे
चर्नो की हू धूल
जनम अधूरा कर्दे पूरा
ले आ अब बारात
आज ना तुझको जाने दूँगी
अरे आ सारी ररात त
मस्त महीना बड़ा कमीना
कमीना कमीना
मस्त महीना कितना
कमीना कमीना
मस्त महीना बड़ा कमीना
रिम झिम है बरसात
आज ना तुझको जाने दूँगी
अरे आ सारी रात
गले लग जा तनाक धिन ढा ढा
गले लग जा तनाक धिन ढा ढा