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Alka Yagnik - Diwani Main Pagli Saajan Ki Lyrics



Alka Yagnik - Diwani Main Pagli Saajan Ki Lyrics
Official




[ Featuring ]

दीवानी मैं पगली साजन दी मैं कमली
इश्क़दी बदली छाईहाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई
ओ दीवानी मैं पगली साजन दी मैं कमली
इश्क़दी बदली छाई हाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई

आता नहीं मेरे दिल को यकीन यह मुलाकात थी
कोई सपना नही
है नाम उसके जवानी मेरी यार के बिन थी क्या
जिंदगानी मेरी
दिल मेरा है कहीं होश में मैं नही
ओ दिल मेरा है कहीं होश में मैं नही
हालत यह उसने बनाई हाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई

आ आ आ आ आ आ आ आ आ
सदके नीलख़्वार मैं यार के लोग जीते है कैसे
बिना प्यार के
रखी वे रब्बा मुझे होश में जो
गिरु मैं तो माही की आघोष में
कह दू यह सबसे इश्क़ के मज़हब से
ओ कह दू यह सबसे इश्क़ के मज़हब से
चलती है सारी खुदाई हाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई

ना करें ज़िकर्र कोई भी सदमात का
आज मौका है खुशियों के जसबात का
कौन टकराएगा बेखुदी से मेरी लोग लेंगे सबक
आशिक़ी से मेरी
खुलके कहूँगी मैं दुल्हन बनूँगी मैं
ओ खुलके कहूँगी मैं दुल्हन बनूँगी मैं
सदा आसमान से ये आई हाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई
दीवानी मैं पगली साजन दी मैं कमली
इश्क़दी बदली छाई हाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई
खुशियों ने ली अंगड़ाई
जिंदगी फिर लौट आई
खुशियों ने ली अंगड़ाई
जिंदगी फिर लौट आई
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दीवानी मैं पगली साजन दी मैं कमली
इश्क़दी बदली छाईहाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई
ओ दीवानी मैं पगली साजन दी मैं कमली
इश्क़दी बदली छाई हाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई

आता नहीं मेरे दिल को यकीन यह मुलाकात थी
कोई सपना नही
है नाम उसके जवानी मेरी यार के बिन थी क्या
जिंदगानी मेरी
दिल मेरा है कहीं होश में मैं नही
ओ दिल मेरा है कहीं होश में मैं नही
हालत यह उसने बनाई हाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई

आ आ आ आ आ आ आ आ आ
सदके नीलख़्वार मैं यार के लोग जीते है कैसे
बिना प्यार के
रखी वे रब्बा मुझे होश में जो
गिरु मैं तो माही की आघोष में
कह दू यह सबसे इश्क़ के मज़हब से
ओ कह दू यह सबसे इश्क़ के मज़हब से
चलती है सारी खुदाई हाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई

ना करें ज़िकर्र कोई भी सदमात का
आज मौका है खुशियों के जसबात का
कौन टकराएगा बेखुदी से मेरी लोग लेंगे सबक
आशिक़ी से मेरी
खुलके कहूँगी मैं दुल्हन बनूँगी मैं
ओ खुलके कहूँगी मैं दुल्हन बनूँगी मैं
सदा आसमान से ये आई हाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई
दीवानी मैं पगली साजन दी मैं कमली
इश्क़दी बदली छाई हाय हाय
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई
जिंदगी फिर लौट आई खुशियों ने ली अंगड़ाई
खुशियों ने ली अंगड़ाई
जिंदगी फिर लौट आई
खुशियों ने ली अंगड़ाई
जिंदगी फिर लौट आई
[ Correct these Lyrics ]
Writer: DILIP SEN, DILIP TAHIR, P.D. MEHRA, SAMEER SEN
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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