कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
ऐ शौरीश-ए-दौरां भूल गए
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
ऐ शौरीश-ए-दौरां भूल गए
वो ज़ुल्फ़-ए-परेशां भूल गए
वो दीदा-ए-गिरियां भूल गए
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
ए शौक़-ए-नजारा क्या कहिये
नज़रों में कोई सूरत ही नहीं
ए शौक़-ए-नजारा क्या कहिये
नज़रों में कोई सूरत ही नहीं
ए ज़ौक़-ए-तसव्वुर क्या कीजे
ए ज़ौक़-ए-तसव्वुर क्या कीजे
हम सूरत-ए-जानां भूल गए
ए ज़ौक़-ए-तसव्वुर क्या कीजे
हम सूरत-ए-जानां भूल गए
वो ज़ुल्फ़-ए-परेशां भूल गए
वो दीदा-ए-गिरियां भूल गए
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
अब गुल से नज़र मिलती ही नहीं
अब दिल की कली खिलती ही नहीं
अब गुल से नज़र से मिलती ही नहीं
अब दिल की कली खिलती ही नहीं
ए फसल-ए-बहारा रुखसत हो
ए फसल-ए-बहारा रुखसत हो
हम लुत्फ़-ए-बहाना भूल गए
ए फसल-ए-बहारा रुखसत हो
हम लुत्फ़-ए-बहाना भूल गए
वो ज़ुल्फ़-ए-परेशां भूल गए
वो दीदा-ए-गिरियां भूल गए
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
सब का तो मुदावा कर डाला
अपना ही मुदावा कर ना सके
सब का तो मुदावा कर डाला
अपना ही मुदावा कर ना सके
सब के तो गिरेबाँ सी डाले
सब के तो गिरेबाँ सी डाले
अपना ही गिरेबाँ भूल गए
सब के तो गिरेबाँ सी डाले
अपना ही गिरेबाँ भूल गए
वो ज़ुल्फ़-ए-परेशां भूल गए
वो दीदा-ए-गिरियां भूल गए
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
ऐ शौरीश-ए-दौरां भूल गए
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
ऐ शौरीश-ए-दौरां भूल गए
वो ज़ुल्फ़-ए-परेशां भूल गए
वो दीदा-ए-गिरियां भूल गए
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
कुछ तुझको खबर है
हम क्या क्या
आ आ आ आ आ