[ Featuring Vikesh Singh ]
तुमसे नज़र जब से मिली है
सोई नही हैं आखें मेरी
ह्म ह्म ह्म
ख्यालों में रातें बहने लगी हैं
कहने लगी हैं बातें तेरी
तेरी साँसों से चलने लगी धड़कने मेरी
मुझको तो हैं बस ज़रूरत तेरी
तू जो कह दे अगर तो छोड़ दू जन्नते
मैं इसी पल तेरे वास्ते
तू जो कह दे अगर तो चाँद तारो से भी
मैं सज़ा दू तेरे रास्तें
तू जो कह दे अगर तो छोड़ दू जन्नते
मैं इसी पल तेरे वास्ते हे
तेरे खवाबों में अब तो मैं खोने लगा हूँ
दुनिया भुला के मैं जीने लगा हूँ
ओ तेरे खवाबों में अब तो मैं खोने लगा हूँ
दुनिया भुला के मैं जीने लगा हूँ
खामोशियो में गुम्म सा हुआ हूँ
खुद से ही बातें मैं करने लगा हूँ
ऊऊऊओ
एक पल एक पहर शाम हो या शहर
छोड़ो ना हाथ में हाथ से
तू जो कह दे अगर तो छोड़ दू जन्नते
मैं इसी पल तेरे वास्ते
अक़्श आखों में तेरा पीरोने लगा हूँ
साँसों में अपनी डुबोने लगा हूँ
ओ अक़्श आखों में तेरा पीरोने लगा हूँ
साँसों में अपनी डुबोने लगा हूँ
मदहोशियो में ही रहने लगा हूँ
तेरी ही खुशबू में बहने लगा हूँ
ऊऊऊऊ
जिस्म के फ़्ररश पे नूर के अर्श से
तू आई हैं मेरे वास्ते
तू जो कह दे अगर तो चाँद तारो से भी
मैं सज़ा दू तेरे रास्तें
तू जो कह दे अगर तो छोड़ दू जन्नते
मैं इसी पल तेरे वास्ते ए ए ए