[ Featuring Palak Muchhal ]
तेरी आँखों में ही खुद को पाउ
तेरे ख्वाबों में ही डूब जाउ
तेरी साँसों में, मैं झील मिलाउ
तुझ पे ही सब कुछ वारी जाउ
तू है तो सौ मंज़िलें है
तन्हाई में महफिलें है
होठो पे मेरे, बस दुआएं है तेरी
रोशन है तुझ से ही शब मेरी
कैसी बेहोशी है, क्यूँ यह मदहोशी है
बिन बोले आँखों की, कैसी सरगोशी है
कैसी बेहोशी है, क्यूँ यह मदहोशी है
बिन बोले आँखों की, कैसी सरगोशी है
तुझसे मिलके यह जाना है
ज़िंदगी कैसे हँसती है
तू मेरी साँसों की दुआ
लेती हूँ मैं तेरी साँसें
नजरे तेरी मेरी आँखें
तू मेरी धड़कन की ज़ुबान
तू है तो सौ मंज़िलें है
तन्हाई में महफिलें है
होठो पे मेरे, बस दुआएं है तेरी
रोशन है तुझ से ही शब्ब मेरी
कैसी बेहोशी है, क्यूँ यह मदहोशी है
बिन बोले आँखों की, कैसी सरगोशी है
कैसी बेहोशी है, क्यूँ यह मदहोशी है
बिन बोले आँखों की, कैसी सरगोशी है
ह्म ह्म ह्म आ आ आ