[ Featuring Arijit Singh, Mithoon, Mustafa Zahid, Mohammed Irfan, Adnan Dhool, Momina Mustehsan, Rabbi Ahmed, ]
यहीं डूबे दिन मेरे हाहा
यहीं होते हैं सवेरे हाहा
मुझे तेरी ज़रूरत है
तेरी बाहों में जो सुकून था मिला
जैसे बन्जारे को घर
मैंने ढूंढा बहुत था
फिर ना मिला
है सीला, तू मेरे दर्द का
मेरे दिल की दुआयं हैं
मैं अधूरा जी रहा हूँ
अब दूर तुझसे जाना नही
हर दम ये कह रहा हूँ
मुझे तेरी ज़रूरत है
यहीं डूबे दिन मेरे हाहा
जैसे बन्जारे को घर (यहीं होते हैं सवेरे हाहा)
तेरे जिस्म की वो खुश्बुएं
अब भी साँसों में ज़िंदा है
मुझे हो रही इनसे घुटन
मेरे गले का ये फंडा है
पल, दो पल, जैसे बारिश कर दे तार
इस प्यार को है
था उड़ा जो डरबदर
चोट लगी है उसे फिर क्यूँ महसूस मुझे हो रहा है
दिल तू बता दे क्या है इरादा तेरा
तेरी गलियां गलियां तेरी, गलियां
मुझको भावें गलियां तेरी, गलियां
तेरी गलियां गलियां तेरी, गलियां
युहीं तड़पावें, गलियां तेरी, गलियां
यहीं डूबे दिन मेरे हाहा
जैसे बन्जारे को घर (यहीं होते हैं सवेरे हाहा)
मुझे तेरी ज़रूरत है